राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने (झामुमो) ने पार्टी लाइन से अलग जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पार्टी ने खूंटी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे बसंत लौंगा को छह वर्षों के लिए बर्खास्त कर दिया है। साथ ही उनके तीन समर्थकों से स्पष्टीकरण पूछा गया है।
हालांकि, अभी तक लोहरदगा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे विधायक चमरा लिंडा के खिलाफ किसी प्रकार का एक्शन पार्टी ने नहीं लिया है। झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के निर्देशानुसार बसंत लौंगा को पदमुक्त करते हुए दल से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
झामुमो महासचिव विनोद पांडेय की तरफ से शनिवार को जारी आदेश में कहा गया है कि विभिन्न माध्यम से जानकारी मिली है कि बसंत लौंगा खूंटी लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कदम गठबंधन धर्म के नियम के खिलाफ है। वे पार्टी कार्यकर्ताओं को भी भ्रमित कर रहे हैं।
खूंटी संसदीय सीट पर गठबंधन की ओर से कांग्रेस के कालीचरण मुंडा मैदान में
उल्लेखनीय है कि खूंटी संसदीय सीट पर गठबंधन की ओर से कांग्रेस के कालीचरण मुंडा मैदान में हैं। कालीचरण मुंडा के नामांकन समारोह में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भी शामिल हुए थे।
लौंगा वर्ष 1995 से 2000 तक कोलेबिरा से झामुमो के विधायक रह चुके हैं। वे केंद्रीय समिति के सदस्य हैं। वर्ष 2002 से लेकर 2014 तक सबसे लंबे समय तक वह सिमडेगा झामुमो जिला समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
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